सतीश चन्द्र धवन राजकीय महाविद्यालय, लुधियाना के स्नातकोत्तर हिन्दी-विभाग एवं शोध-केन्द्र के विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में अपना दबदबा बरकरार रखा। पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ द्वारा एम. ए. हिन्दी प्रथम वर्ष(सैमेस्टर-I) का परिणाम घोषित किया गया। इस परीक्षा परिणाम में जारी की गई टॉपर लिस्ट में विभाग के चार विद्यार्थियों ने अपना स्थान सुनिश्चित किया। विभाग का विद्यार्थी राहुल ने (326/400) 81.5% अंकों के साथ विश्वविद्यालय में अपना पहला स्थान पक्का किया। इसी विभाग की छात्रा सुमन ने 320/400 (80%) अंक प्राप्त करते हुए विश्वविद्यालय में तीसरा स्थान हासिल किया। विश्वविद्यालय के पांचवें स्थान के लिए कांटे की टक्कर रही। इसी विभाग के दो विद्यार्थी हीना डाबी और अमनप्रीत कौर ने संयुक्त रूप से 78.25% (313/400) अंक प्राप्त किये। इसी प्रकार विभाग के विद्यार्थी महिमा श्रीवास्तव ने 307/400(76.75%), सदाशिव मिश्रा ने 301/400(75.25%), नन्दिनी ने 299/400(74.75%), जसप्रीत कौर तथा आनंदिनी कपिल ने संयुक्त 296/400(74%) अंक प्राप्त किये।
हिन्दी विभाग के इस सार्थक परिणाम पर हर्षित होकर प्राचार्य डॉ. धर्म सिंह संधू ने विभाग के अध्यक्ष, प्राध्यापक एवं सभी विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने सभी मेधावी छात्रों का मुंह मीठा कराते हुए कहा कि इस विभाग के प्राध्यापक एक ऐसे जोहरी हैं जो हर वर्ष विद्यार्थी रूपी रत्न को तराशकर हीरा बनाते हैं। इन्हीं के मेहनत व कर्तव्यनिष्ठा के कारण विभाग के विद्यार्थी न सिर्फ विभाग का बल्कि महाविद्यालय और शहर का नाम रौशन कर रहे हैं।
विभागाध्यक्ष डॉ. अश्वनी भल्ला ने विद्यार्थियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि विभाग के विद्यार्थी बड़ी लगन से मेहनत करते हैं, अपने विषय के प्रति उनकी ईमानदारी ही उन्हें ऐसे मुकाम पर ले कर आती है। इस अवसर पर डॉ. मुकेश कुमार अरोड़ा(पूर्व विभागाध्यक्ष व सीनेट सदस्य, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़) विशेष रूप से उपस्थित रहते हुए प्राचार्य व विभागाध्यक्ष को बधाई दी। विभाग के प्राध्यापक डॉ. सौरभ कुमार ने इस अवसर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए विभाग के विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में स्थान बनाकर अपनी परम्परा को ही निभाया है परंतु इस बार का परिणाम अलग व दिलचस्प है। उल्लेखनीय है कि पिछले दो दशक से विभाग में हमेशा ही लड़कियों ने बाजी मारकर पहला स्थान हासिल किया है। परंतु पिछले दो दशक में पहली बार आज राहुल(लड़का) ने विश्वविद्यालय में सर्वाधिक अंक लेकर लड़कियों को पछाड़ा है। डॉ. सौरभ ने कहा कि आज उन्हें पुनः खुशी हो रही है कि विभाग के विद्यार्थियों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है।
इस अवसर पर *राहुल* का कहना है, *"मैं अपने गुरुजनों के प्रति कृतज्ञ हूँ।'* राहुल का कहना है कि उसे इस बात की खुशी है कि गुरुजनों द्वारा करवाए गए मेहनत पर वह खरा उतरने में सफल हुआ। इसी प्रकार *सुमन, हीना डाबी व अमनप्रीत कौर* - इन तीनों ने सबसे पहले अपने माता-पिता के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि उनके अभिभावक ने उनपर विश्वास करते हुए उन्हें इस महाविद्यालय में पढ़ने का अवसर प्रदान किया। इन लड़कियों ने एक स्वर में कहा कि *माँ-बाप को अपने बेटियों पर विश्वास करते हुए वे तमाम अवसर प्रदान करने चाहिए जो सामान्यतः लड़कों को मिल जाते हैं।* अमनप्रीत ने यह विशेषरूप से कहा कि लुधियाना के सूदूर गांव से प्रतिदिन महाविद्यालय आना निश्चित ही कठिन है परंतु इस कठिनाई को पार कर ही वह आज यहां तक पहुंची है। परिणाम आने के उपरांत विभाग द्वारा सभी विद्यार्थियों का मुँह मीठा कराया गया। इस अवसर पर विभाग के प्राध्यापक डॉ. मोनिका जैन, प्रो. सोनदीप व प्रो. इंदरजीत पासवान ने भी विद्यार्थियों को आशीर्वाद प्रदान किया। उल्लेखनीय है विभाग के अधिकांश विद्यार्थी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए हैं।
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