लुधियाना: देश का प्रमुख कंटेनर पोर्ट (बंदरगाह) ने काॅनकोर के सहयोग से एक ट्रेड मीट के आयोजन के दौरान आईसीडी लुधियाना से नवीं मुम्बई स्थित जेएन पोर्ट तक एक सप्ताहिक एक्सपोर्ट ट्रेन शुरु करने की घोषणा की है। यह ट्रेन सेवा हर शनिवार को चलेगी जिसमें जेएनपीटी के लिये नीयत किये गये निर्यात कंटेनरों की तेजी से निकासी सुनिश्चित की जायेगी । यह सेवा देश की वित्तीय राजधानी - मुम्बई के साथ लुधियाना की व्यापारिक आवश्यकताओं को भी बढ़ावा देगी। लुधियाना आईसीडी एक विशाल इंटिरियर मार्केट की पूर्ति करता है जिसमें हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान राज्य शामिल है। राष्ट्रीयव्यापी 80 से भी अधिक आइसीडी के विस्तृत नैटवर्क के साथ काॅनकोर, भारतीय कंटनेरीकृत रेल परिवहन के थोक को नियंत्रण करता है।
इस ट्रेड मीट में जेएनपीटी के चीफ मैनेजर (ट्रेफिक), नीतिन एम बोडवरकर, एपीएम टर्मिनल्स के एजीएम -कर्मिश्यल अविनाश कोछर, डीपी वल्र्ड के हैड कमिश्यल हार्दिक वैद्या, काॅनकोर के टर्मिनल मैनेजर गैबरियल जुनेजा, लुधियाना स्थित कस्टम्स के ऐसिसटेंट कमीश्नर अरविंद कुमार और पीएसए टर्मिनल के रिजनल मैनेजर सौरभ शर्मा ने भाग लिया और ‘जेएनपीटी - दी पोर्ट आॅफ च्वाईस’ नामक चर्चा पर अपने विचार व्यक्त किये।
इस पर पहल अपने विचार व्यक्त करते हुये जेएनपीटी के चैयरमेन श्री संजय सेठ (आईएएस) ने कहा कि लुधियाना और महाराष्ट्र के बीच व्यापार को बढ़ावा देने की दृष्टि से एक नये अध्याय की शुुरुआत हुई है। जवाहरलाल नेहरु पोर्ट ट्रस्ट देश के अधिकतर कंटेनर फ्रेट की हैंडलिंग करता है जबकि उभरती बाजार अर्थव्यवस्था के लिये दोनो शहरों लुधियाना और मुम्बई के बीच ऐसी कनेक्टिविटी अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमने इस व्यापारिक अनुरोध को सकारात्मक रुप में अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की थी जब हम इस साल अगस्त में मिले थे और यह निश्चित रुप से लुधियाना और जेएनपोर्ट के बीच रेल के माध्यम से कार्गो उत्पादन को बढ़ाने का अवसर खोलेगा।
औसतन इस बंदरगाह रोजाना बीस ट्रेने आती जाती है। काॅनकार ने इस बात पर भी सहमति जताई है कि वे अन्य प्राईवेट टेन आपरेटरों के एक्सपोर्ट कंटेनरों को समायोजित करेगा ।
सभी शिपिंग लाईन अब इस नई सेवा का लाभ उठा सकती हैं क्योंकि यह लुधियाना और इसके साथ लगते इलाकों में निर्यातकों का व्यापक रुप से लाभ प्रदान करेगा।
जेएनपीटी के विषय में:
नवीं मुम्बई स्थित जवाहरलाल नेहरु पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) देश का सबसे बड़ा कंटेनर हैंडलिंग पोर्ट है जिसमें लगभग 52 फीसदी कुल कंटेनराईज्ड कार्गो वोल्यूम व्याप्त है। 26 मई 1989 कमीशंड हुया यह पोर्ट पिछले तीन दशकों से भी कम एक बल्क कार्गो टर्मिनल से लेकर देश का प्रतिष्ठित कंटेनर पोर्ट के रुप में उभरा है। विश्व के सर्वोच्च एक सौ पोटर््स में जेएनपीटी की गणना 28वें स्थान में होती है जबकि जेएनपीटी विश्व के 200 पोर्ट से कनेक्टिविटी है।
वर्तमान में जेएनपीटी पांच कंटेनर टर्मिनल्स जवाहरलाल नेहरु पोर्ट कंटेनर टर्मिनल (जेएनपीसीटी), दी नवा शेवा इंटरनैश्नल कंटेनर टर्मिनल (एनएसआईसीटी), दी गेटवे टर्मिनल्स इंडिया प्राईवेट लिमेटिड (जीटीआईपीएल), नवां शेवा इंटरनैश्नल गेटवे टर्मिनल (एनएसआईजीटी) और नये कमीशंड हुये भारत मुम्बई कंटेनर टर्मिनल्स प्राईवेट लिमेटिड (बीएमसीटीपीएल) का संचालन करता है। पोर्ट में सामान्य कार्गो और एक अन्य लिक्विड कार्गो टर्मिनल के लिये शैलो वाटर बर्थ भी है जिसें बीपीसीएल-आईओसीएल द्वारा मैनेज्ड किया जाता है।
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